अब गाजियाबाद में भी रोबोटिक सर्जरी, दिल्ली के मुकाबले कम खर्च में मिलेगी सेवा

रिपोर्ट : विशाल झा

गाजियाबाद. विज्ञान की दुनिया में आए दिन नई खोज सामने आती रहती है, जिससे मानव जीवन आसान होता जा रहा है. इन्हीं में से एक खोज है रोबोटिक सर्जरी. खुशी की बात यह कि अब आप गाजियाबाद में भी रोबोटिक सर्जरी का लाभ उठा सकते हैं. नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी शुरू हो गई है. इस नई तकनीक से गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर की जनता को एक बड़ी राहत मिलेगी.

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की कमियों को दूर करके रोबोटिक सर्जरी प्रणाली मरीजों को लाभ पहुंचाएगी. रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम में 3D इमेजिंग, ट्रेमर फिल्टर और आर्टिकुलेट उपकरण होते हैं. दिल्ली में इस रोबोटिक प्रणाली से सर्जरी का खर्च लगभग 2.5 लाख से 3 लाख के बीच आता है, जबकि यशोदा अस्पताल में इस सर्जरी का खर्च महज 80 से 90 हजार के बीच है.

इन रोबोट को कंसोल के द्वारा हैंडल किया जाता है. ऑपरेशन थिएटर में ऑपरेशन के वक्त कंसोल पे एक ऑपरेटर होता है. तो वहीं दूसरी तरफ मरीज की तरफ एक सहायक डॉक्टर बड़ी आसानी से इस सर्जरी को सफल बना लेते हैं. इस सर्जरी में समय भी कम लगता है. सर्जरी के लिए इन रोबोट को स्टार्ट करके ऑपरेटिंग मोड में लाने के लिए 10 से 15 मिनट का समय लगता है.

डॉ आशीष गौतम नेबताया कि ये तकनीक मरीजों को काफी मदद करेगी. रोबोटिक सर्जरी के समय दर्द भी कम होता है और स्पीडी रिकवरी सर्जरी के बाद देखने को मिलती है. इन रोबोट को अलग अलग कलर कोड दिए हुए है. ताकि कंसोल पे बैठा ऑपरेटर आसानी से उस रोबोट को नियंत्रित कर सके जिसे कमांड देना है.

क्या होती है रोबोटिक सर्जरी

रोबोटिक सर्जरी को लेप्रोस्कोपिक सर्जरी का ही एक विस्तारित संस्करण कहा जाता है. इसको कुछ लोग रोबोटिक सर्जरी की जगह की-होल सर्जरी टर्म के रूप में भी जानते हैं. दरअसल लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में उपकरण आसानी से घूम नहीं पाते हैं, लेकिन रोबोट की बांह में फुलक्रम (Fulcrum) होने के कारण यह शरीर के मुश्किल जगहों पर भी आसानी से सर्जरी कर लेता है. इस तरीके से डॉक्टर जटिल सर्जरी को रोबोट की मदद से आसानी से हैंडल कर पाते हैं. डिवाइस एक कंप्यूटरीकृत कंसोल पर बैठे सर्जन के नियंत्रण में होता है. रोगी के शरीर में डाले गए एक विशेष कैमरे के माध्यम से कैमरा ऑपरेटिव क्षेत्र का एक 3डी दृश्य प्रदान करता है. यह संचालित किए जाने वाले अंग के आसपास की नाजुक संरचनाओं को एक विस्तृत दृश्य प्रस्तुत करता है और उनके संरक्षण में मदद करता है. रोबोटिक उपकरणों में एक विशेष तकनीक होती है. जिसे ‘एंडोवरिस्ट’ कहा जाता है. यह मानव कलाई की तुलना में अधिक स्पीड से काम करता है.

रोबोटिक सर्जरी में जोखिम की आशंका

किसी भी अन्य सर्जरी की तरह रोबोटिक सर्जरी के साथ भी कुछ रिस्क जुड़े होते हैं. रोबोटिक सर्जरी में भी संक्रमण और अन्य कई तरह की जटिलताओं की आशंका बनी रहती है.

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